Credit Card : क्रेडिट कार्ड क्या होता है? उपयोग, आवेदन प्रक्रिया

अनेक बैंक और वित्तीय कम्पनी है जो ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड प्रदान कर रही है। इस कार्ड के लिए आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार से आवेदन कर सकते है। अगर आप भी क्रेडिट कार्ड लेने की सोच रहे है तो आपको सबसे पहले यह पता होना चाहिए की क्रेडिट कार्ड क्या होता है।

क्रेडिट कार्ड से जुड़ी सारी जानकारी जैसे की क्रेडिट कार्ड के फायदे और नुकसान, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया आदि इस लेख में हम जानेगे इसलिए आपसे निवेदन है की आप इस लेख को पूरा अंत तक पढ़े।

Credit Card Kya Hota Hai?

क्रेडिट कार्ड दिखने में डेबिट कार्ड की तरह ही होता है। डेबिट कार्ड को हम एटीएम कार्ड भी कहते है. डेबिट कार्ड हमारे बैंक अकाउंट से सीधा लिंक होता है और जब भी हम डेबिट कार्ड से कोई ट्रांजेक्शन करते है तो पैसा सीधा हमारे बैंक अकाउंट से कटता है।

लेकिन क्रेडिट कार्ड में एसा नहीं होता है। क्रेडिट कार्ड में बैंक आपको एक क्रेडिट लिमिट देता है और उस लिमिट तक आप एक महीने में कोई भी ट्रांजेक्शन कर सकते है। आमतौर पर यह लिमिट 25,000 रूपये से 3 लाख रूपये तक होती है। समय के साथ साथ यह लिमिट बढती भी है। अलग अलग बैंक में यह क्रेडिट कार्ड लिमिट अलग अलग प्रकार से हो सकती है।

ग्राहकों को दी जाने वाली यह लिमिट कई कारको पर निर्भर करती है जैसे की ग्राहक की आय, क्रेडिट स्कोर, क्रेडिट हिस्ट्री आदि। क्रेडिट कार्ड हर किसी व्यक्ति को नहीं मिलता है। क्रेडिट कार्ड केवल उसी व्यक्ति को मिलता है जिसके पास एक अच्छा रोजगार है, और जिसकी एक अच्छी आय है। इस कार्ड में बैंक एक प्रकार से आपको लोन प्रदान कर रहा है.

क्रेडिट कार्ड के फायदे अनेक है लेकिन क्रेडिट कार्ड के नुकसान इससे भी कहीं ज्यादा है जो आप सोच भी नहीं सकते है, इसलिए क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने से पहले आपको इसकी पूरी जानकारी होनी जरुरी है ताकि आपको आगे चलकर किसी भी प्रकार की कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े।

अगर आप क्रेडिट कार्ड का सही तरीके से और समझदारी से इस्तेमाल करते है तो आपको इसके नुकसान से डरने की जरूरत नहीं है। क्रेडिट कार्ड का सही तरीके से इस्तेमाल करने पर हमे बहुत सारे फायदे मिलते है।

क्रेडिट कार्ड कई प्रकार के होते है जो ग्राहक को उसकी आय, क्रेडिट स्कोर के आधार पर दिए जाते है। बहुत सारे लोगो का यह सवाल भी होता है की अगर क्रेडिट कार्ड का पेमेंट नहीं किया तो क्या होगा तो इसके बारे में विस्तार से हम जानकारी प्राप्त करेंगे।

क्रेडिट कार्ड की जानकारी

क्रेडिट कार्ड की मदद से आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार से शोपिंग कर सकते है, किसी मॉल या ऑनलाइन वेबसाइट से आप ऑनलाइन शोपिंग कर सकते है, होटल में खाना खाने, रहने, ट्रेवल करने, फ्लाइट बुक करने, ट्रेन की टिकेट बुक करने आदि में का उपयोग कर सकते है।

अगर ग्राहक क्रेडिट कार्ड का अधिक इस्तेमाल करता है तो बैंको के द्वारा उसे रिवार्ड्स पॉइंट्स भी दिये जाते है जिसको वह कलेक्ट करके कोई भी चीज खरीद सकता है। क्रेडिट कार्ड आपकी तत्काल जरुरतो को पूरा करने में आपकी मदद करता है। मान लो की आपको अभी कुछ सामान खरीदना है लेकिन आपके पास कैश नहीं है तो आप इस स्थिति में अपने क्रेडिट कार्ड की मदद से उस सामान को आसानी से खरीद सकते है।

क्रेडिट कार्ड की ख़ास विशेषता में से एक है EMI का आप्शन। अगर आपको कोई स्मार्ट फोन खरीदना है और आपके पास उस फोन को खरीदने के पैसे नहीं है तो आप इस स्थिति में EMI के माध्यम से उस फोन को खरीद सकते है, और इन EMI का भुगतान आप आसानी से अपने क्रेडिट कार्ड से कर सकते है।

बहुत से बैंक फ्री क्रेडिट कार्ड की सुविधा प्रदान करते है जिसके बारे में आपको यह पता होना चाहिए की बैंक किस आधार पर आपको फ्री क्रेडिट कार्ड प्रदान कर रहा है।

क्रेडिट कार्ड के फायदे हिंदी में

  • क्रेडिट कार्ड के फायदे बहुत है। लेकिन ये फायदे केवल उन्ही लोगो के लिए अच्छे साबित होते है जो अपने क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान समय पर करते है।
  • अगर आपके पास पैसे नहीं है तो कोई बात नहीं, इस कार्ड की मदद से आप ट्रांजेक्शन कर सकते है और एक महीने के बाद उस राशी का भुगतान कर सकते है।
  • आपको यह जानकर खुसी होगी की जितनी आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट है और उस लिमिट में अगर आप खर्च करते है तो उस पर आपको कोई ब्याज नहीं देना होता है। ब्याज आपको तभी देना होता है जब आप समय पर अपने बिला का भुगतान नहीं करते है और यह ब्याज आपकी शेष राशी में जोड़ दिया जाता है।
  • एमरजेंसी में क्रेडिट कार्ड आपका अच्छा साथ देता है। आप विभिन बैंको के क्रेडिट कार्ड के बीच तुलना करके सबसे अच्छा क्रेडिट कार्ड की तलाश कर सकते है।
  • आपको इंटरेस्‍ट फ्री क्रेडिट का लाभ मिलता है.
  • कुछ ऋणदाता ग्राहक को क्रेडिट कार्ड पर इन्शुरन्स की सुविधा प्रदान करता है.
  • आप क्रेडिट कार्ड से कैश भी निकलवा सकते है.
  • वो हर काम जो डेबिट कार्ड/एटीएम कार्ड से हम करते है, आप क्रेडिट कार्ड से कर सकते है.
  • धोखाधड़ी का चांस बहुत कम होता है.

ऑनलाइन शोपिंग

  • सबसे ज्यादा क्रेडिट कार्ड का उपयोग ऑनलाइन शोपिंग करने में किया जाता है. अगर आपको कोई भी सामना ऑनलाइन खरीदना है तो आप क्रेडिट कार्ड की मदद से आसानी से उसे खरीद सकते है.
  • ऑनलाइन सामान खरीदने पर आपको कोई छुट भी दी जाती है जो 1%, 2% या कोई भी हो सकती है.

कैश साथ रखने की जरूरत नहीं

  • यदि आपके पास क्रेडिट कार्ड है तो आपको बहुत ज्यादा कैश अपने साथ लेकर जाने की जरूरत नहीं है, आप क्रेडिट कार्ड अपने साथ रखिये और उससे अपने ट्रांजेक्शन कीजिये.

होटल में कमरा बुक करने

  • अगर आप किसी भी होटल में कमरा बुक कर रहे है और क्रेडिट कार्ड की मदद से पेमेंट कर रहे है तो आपको पेमेंट में कुछ पैसो की छुट मिल सकती है.

रिवार्ड्स पॉइंट्स

  • बैंको का एक रिवार्ड्स पॉइंट्स सिस्टम भी होता है. अगर आप अधिक रूपये की कोई चीज खरीदते है तो बैंक आपको Rewards Points देता है. आप बहुत सारे रिवार्ड्स कलेक्ट करते है कोई सामान खरीद सकते है.
  • Rewards Points कुछ भी हो सकता है जिसमे आपको अच्छे ऑफर्स, कैश बेक या अन्य. अलग अलग बैंक में यह Rewards Points अलग अलग प्रकार से हो सकते है.

EMI आप्शन

  • अगर आपको मोबाइल खरीदना है और उसकी कीमत बहुत अधिक है तो आप क्रेडिट कार्ड की मदद से EMI के आप्शन को सेलेक्ट करके उस मोबाइल को खरीद सकते है.

होस्टिंग खरीदने के लिए

  • अगर आपको अपनी वेबसाइट के लिए होस्टिंग खरीदनी है, जिसके लिए आपको इंटरनेशनल ट्रांजेक्शन करना होता है, क्रेडिट कार्ड के साथ आप इसे आसानी से कर सकते है.

बेहतर क्रेडिट स्कोर बनाने में मदद करता है

  • अगर आप एक क्रेडिट कार्ड यूजर है और समय पर बिल का भुगतान करते है तो आप अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर बना सकते है.

क्रेडिट कार्ड के नुकसान क्या है?

क्रेडिट कार्ड के फायदों से ज्यादा इसके नुकसान है लेकिन ये नुकसान केवल उन्ही लोगो के लिए है जो समय पर अपने बिल का भुगतान नहीं करते है। क्रेडिट कार्ड के नुकसान इतने है की आप सोच भी नहीं सकते।

अगर आप समय पर अपने बिल का भुगतान नहीं करते है तो आप पर 36% से भी अधिक इंटरेस्ट लगाया जाता है जो इससे भी कहीं अधिक हो सकता है। यहाँ तक की ब्याज पर भी ब्याज लगाया जाता है. इससे आप कर्ज में पूरी तरह से डूब जायेंगे।

अगर आप समय पर अपने बिल का भुगतान करते है, सिमित खर्चे करते है, केवल उतना ही खर्चा करते है जितना आप चुका सकते है तो क्रेडिट कार्ड आपके लिए बहुत मददगार साबित हो सकता है और आपको क्रेडिट कार्ड लेने के लिए किसी भी चीज से डरने की जरूरत नहीं है।

क्रेडिट कार्ड के नुकसान के बारे में यहाँ पर विस्तार से जानकारी दी गई है:

  • अगर आप क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान समय पर नहीं करते है तो आपको बहुत अधिक पेनेल्टी देनी होती है. आपको ब्याज के उपर ब्याज भी देना पड़ सकता है।
  • समय पर बिल के भुगतान ना करने पर आपका सिबिल स्कोर खराब होता है।
  • अगर आप बहुत अधिक बिल का भुगतान करने से चुक जाते है तो आप कर्जदार हो सकते है।
  • लिमिट से उपर पैसे निकालने पर आपको निकाली गई राशी का 3-4 गुना तक पेनेल्टी देनी पड़ सकती है।
  • अगर आप कैश निकालते है तो आपका चार्ज उसी दिन से शुरू हो जाता है और यह चार्ज आपको तब तक देना होता है जब तक की आप उस राशी का भुगतान ना कर देते।
  • अगर आपका क्रेडिट कार्ड कहीं गुम हो जाता है या फिर चोरी हो जाता है तो आपको बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है क्युकी क्रेडिट कार्ड से जब हम नेशनल ट्रांजेक्शन करते है तो, तो हमे OTP देना होता है लेकिन अगर हम इंटरनेशनल ट्रांजेक्शन करते है तो हमसे कोई OTP नहीं माँगा जाता है। इंटरनेशनल ट्रांजेक्शन करने के लिए सिर्फ क्रेडिट कार्ड का नंबर और CVV code ही चाहिए होता है।
  • इसलिए अपने क्रेडिट कार्ड को हमेशा सुरक्षित रखें और क्रेडिट कार्ड की जानकारी कभी भी किसी के साथ भी साझा ना करे।

क्रेडिट कार्ड बिल पेमेंट कैसे आता है?

बहुत से लोगो के मन में यह सवाल होता है की क्रेडिट कार्ड का बिल कैसे भरे जो इसके बारे में आप यहाँ पर जानकारी प्राप्त कर सकते है। जैसा की क्रेडिट कार्ड में बैंक ग्राहक को एक लिमिट देता है। इस क्रेडिट लिमिट में ग्राहक ट्रांजेक्शन कर सकता है।

ग्राहक को इन पैसो को खर्च करने में 1 महीने का समय मिलता है। एक महीने के बाद इसका बिल जनरेट होता है। बिल जनरेट होने के बाद भी ग्राहक को बिल का भुगतान करने के लिए समय मिलता है। इस प्रकार से कुल 50 दिन तक का समय ग्राहक को बिल का भुगतान करने के लिए मिलता है। क्रेडिट कार्ड का बिल आपके नेट बैंकिंग में भी आपको दिखाई देता है और आपके स्थाई एड्रेस पर भी भेज दिया जाता है।

आप नेट बैंकिंग या किसी ऑनलाइन पेमेंट एप्लीकेशन के माध्यम से भी बिल का भुगतान कर सकते है। इसके अलावा आप बैंक की शाखा में जाकर भी अपने बिल का भुगतान कर सकते है। इस बिल में पूरी जानकारी होती है जैसे की आपने कितने रूपये का खर्च किया है, क्या क्या आपने ख़रीदा है, किस प्रकार के ट्रांजेक्शन आपने किये है, अगर आप पर कोई पेनेल्टी लेगी है तो उसकी जानकारी, बिल भरने की तारीख आदि होती है।

पेमेंट करने के आपको कई आप्शन दिए जाते है, या तो आप मिनिमम अमाउंट जमा कर सकते है या फुल अमाउंट का पेमेंट कर सकते है। अगर आप मिनिमम अमाउंट का पेमेंट करते है तो शेष राशी पर आपको बहुत ज्यादा पेनेल्टी देनी होती है इसलिए हमेशा अपना फुल पेमेंट ही करे।

क्रेडिट कार्ड लिमिट क्या होती है?

एटीएम कार्ड में पैसा आपके बैंक खाते से कटता है लेकिन क्रेडिट कार्ड में एसा नहीं होता है। क्रेडिट कार्ड में आपको बैंक एक क्रेडिट लिमिट देता है। आपके पास बैंक खाता है या नहीं इससे कोई मतलब नहीं है।

अगर आपके पास बैंक खाता नहीं भी है तो भी आप क्रेडिट कार्ड ले सकते है। आमतौर पर दी जाने वाली यह लिमिट 25,000 रुपए से 3 लाख रूपये तक होती है। समय के साथ यह लिमिट बढती भी जाती है।

यह क्रेडिट लिमिट बैंक आपको आपकी आय, सिबिल स्कोर, क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर देती है। अगर आपके पास एक अच्छा रोजगार है और आपको उससे बहुत अधिक आय हो रही है तो आप अधिक लिमिट का क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकते है।

जो बड़े बिज़नेस मेन है उनके क्रेडिट कार्ड की लिमिट लाखो में होती है। उनको उस हिसाब से ही फीस का भुगतान भी करना होता है। इस क्रेडिट लिमिट से अधिक पैसे आप नहीं निकलवा सकते है। अगर आप क्रेडिट लिमिट से अधिक पैसे निकलवाते है तो आपको उसका कई गुना पेनेल्टी देनी होती है।

क्रेडिट कार्ड कितने प्रकार के होते हैं

क्रेडिट कार्ड कितने प्रकार के होते हैं?

ट्रेन की टिकट, बिल भरने से लेकर शोपिंग करने तक के लिए कई प्रकार के क्रेडिट कार्ड भारत में उपलब्ध है जिनका उपयोग आप कर सकते है.

क्रेडिट कार्ड के प्रकार के बारे में यहाँ पर जानकारी दी गई है:

  • फ्यूल क्रेडिट कार्ड
  • एंटरटेनमेंट क्रेडिट कार्ड
  • बैलेंस ट्रांसफर क्रेडिट कार्ड
  • सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड
  • ट्रैवल क्रेडिट कार्ड
  • रिवॉर्ड क्रेडिट कार्ड
  • लो इंट्रेस्ट क्रेडिट कार्ड
  • शॉपिंग क्रेडिट कार्ड

क्रेडिट कार्ड लेने से पहले ध्यान देने योग्य बातें

आपको हर किसी व्यक्ति के कहने पर क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई नहीं करना चाहिए। आपको क्रेडिट कार्ड के बारे में पूरी जानकारी लेने के बाद ही इसके लिए अप्लाई करना चाहिए।

यहाँ पर कुछ जरुरी पॉइंट्स दिए गए है जिनको आपको ध्यान में रखना चाहिए:

  • बिना काम के क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई ना करे, अगर आपको जरुरी हो तो ही अप्लाई करे, कुछ लोग सिर्फ सोकिन की वजह से अप्लाई कर देते है।
  • अपने खर्चो को सिमित रखें. एसा देखा गया है की क्रेडिट कार्ड लेने के बाद लोग ज्यादा शोपिंग करते है और ज्यादा सामान खरीदते है और उनको लगता है की काफी टाइम मिलता है पैसो को चुकाने के लिए, लेकिन भुगतान के समय उनको परेशानी का सामना करना पड़ता है।
  • केवल उतने ही पैसे खर्च करे जितना की आप वापिस समय पर भुगतान कर सकते है।
  • अपने क्रेडिट कार्ड की इनफार्मेशन किसी के साथ भी साझा ना करे।
  • अगर आपकी एक अच्छी आय है और आपका सिबिल स्कोर बहुत अच्छा है तो आप बैंक से तुरंत कार्ड प्राप्त कर सकते है।
  • अगर आप समय पर क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान करते है तो यह आपके लिए एक बहुत अच्छा आप्शन है।
  • इसका उपयोग सही तरीके से और स्मार्ट तरीके से करे।
  • क्रेडिट कार्ड के लिए आप अपने नजदीकी बैंक की शाखा में जाकर ऑफलाइन आवेदन या बैंक की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर क्रेडिट कार्ड अप्लाई ऑनलाइन कर सकते है।
  • आपको क्रेडिट कार्ड पर लगने वाले ब्याज दर के बारे में जानकारी होनी चाहिए।
  • बैंक Credit Card पर प्रतिवर्ष एक शुल्क भी लेते है जिस प्रकार से एटीएम कार्ड के लिए लिया जाता है, इस शुल्क के बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए।

फ्री क्रेडिट कार्ड क्या होता है?

दोस्तों अगर आप क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करने की सोच रहे है तो आपने फ्री क्रेडिट कार्ड या लाइफ टाइम फ्री क्रेडिट कार्ड का नाम तो जरुर सुना होगा। यह फ्री क्रेडिट कार्ड कितना फ्री होता है इसके बारे में विस्तार से हम यहाँ पर जानेगे:

क्रेडिट कार्ड पर बैंक मुख्य रूप से दो प्रकार की फीस लेती है एक ज्वॉइनिंग फीस और दूसरा एनुअल फीस होती है। अगर आपको कोई बैंक पूरी तरह से फ्री क्रेडिट कार्ड दे रहा है तो इसका मतलब यह है की आपको ये दोनों चार्जेज नहीं देने होते है।

ना तो आपको कोई ज्वॉइनिंग फीस देनी होती है और ना ही आपको कोई मेंटेनेंस चार्ज देना होता लेकिन बाकी के नियम और शर्तें वही रहते है। फ्री क्रेडिट कार्ड है इसका मतलब यह नहीं है की आपको पूरी तरह से ही क्रेडिट कार्ड फ्री में दिया जायेगा, इसका मतलब यह है की आपसे कुछ फीस और चार्जेज नहीं लिए जायेंगे।

क्रेडिट कार्ड के नियम एवं शर्तें

  • कोई भी व्यक्ति क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई कर सकता है।
  • आप शोपिंग करने, कुछ खरीदने, टिकेट करने, यात्रा करने, अपने बिज़नेस की जरुरतो को पूरा करने आदि में इस कार्ड का उपयोग कर सकते है।
  • क्रेडिट कार्ड आपकी आय, क्रेडिट हिस्ट्री, सिबिल स्कोर के आधार पर दिया जाता है।
  • अपना सिबिल स्कोर अच्छा रखें. आमतौर पर 750 या इससे अधिक के स्कोर को अच्छा स्कोर माना जाता है।
  • आपकी आयु 18 वर्ष या इससे अधिक होनी चाहिए।
  • आपके पास एक अच्छा रोजगार होना चाहिए और आपकी एक अच्छी सेलरी होनी चाहिए।

क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए डॉक्यूमेंट

  • पहचान प्रमाण (कोई एक) : पैन कार्ड / आधार कार्ड / वोटर आईडी कार्ड / पासपोर्ट / ड्राइविंग लाइसेंस आदि।
  • पता प्रमाण (कोई एक) : पासपोर्ट / टेलीफ़ोन बिल / ड्राइविंग लाइसेंस / राशन पत्रिका / बिजली का बिल / पिछले दो महीने का बैंक स्टेटमेंट / वोटर आईडी कार्ड आदि।
  • आय प्रमाण (कोई एक) : नवीनतम भुगतान पर्ची, फॉर्म 16, आयकर (आईटी) रिटर्न।
  • आयु का प्रमाण जिसमे आप पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड, दसवीं कक्षा का स्कूल प्रमाण पत्र या फिर जन्म प्रमाणपत्र दे सकते है।
  • स्टूडेंट के लिए: कॉलेज पहचान पत्र / प्रवेश पर्ची / कॉलेज या विश्वविद्यालय से अध्ययन प्रमाण पत्र।
  • अन्य डॉक्यूमेंट।

क्रेडिट कार्ड अप्लाई ऑनलाइन कैसे करें?

  • ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए आपको उस बैंक की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा जिस बैंक का क्रेडिट कार्ड आप लेना चाहते है।
  • वेबसाइट के होम पेज पर आपको क्रेडिट कार्ड का आप्शन दिखाई देगा इस पर क्लिक करना होगा।
  • आवेदन करने के लिए आपको Apply Now के आप्शन पर क्लिक करना है।
  • आपके सामने एक फॉर्म ओपन होगा जिसमे आपको कुछ जरुरी विवरण जैसे की आपना नाम, मोबाइल नंबर, एड्रेस आदि दर्ज करना है।
  • फिर आपको सबमिट कर देना है।
  • आपके द्वारा फॉर्म सबमिट करने के बाद बैंक के अधिकारी आपसे सम्पर्क करते है और आगे की प्रक्रिया को शुरू करते है।

क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड में अंतर

यहाँ पर हम आपको बताएँगे की क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड में अंतर क्या है.

आपने क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड दोनों का नाम तो सुना ही होगा, दोनों दिखने में भी एक जैसे लगते है लेकिन ये दोनों पूरी तरह से अलग अलग होते है. इनमे अंतर इस प्रकार है:

  • डेबिट कार्ड में पैसे आपके बैंक खाते से काटे जाते है जबकि क्रेडिट कार्ड में आपको एक क्रेडिट लिमिट दी जाती है जिससे आप ट्रांजेक्शन कर सकते है।
  • डेबिट कार्ड के लिए आपके पास बैंक खाता होना जरुरी है, क्रेडिट कार्ड के लिए बैंक खाते की जरूरत नहीं है।
  • क्रेडिट कार्ड से धोखाधड़ी होने की संभावना कम है लेकिन एटीएम कार्ड से यह धोखाधड़ी होने की संभावना अधिक है।
  • क्रेडिट कार्ड में अगर आपके पास पैसे नहीं है तो भी आप इसका इस्तेमाल कर सकते है लेकिन डेबिट कार्ड में आपके बैंक खाते में पैसा होना जरुरी है।
  • अगर आप समय पर क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान नहीं करते है तो आपको ब्याज का भुगतान करना होता है लेकिन डेबिट कार्ड में आपको कोई ब्याज नहीं देना होता है।
  • दोनों का उपयोग आप एक जैसे कामो के लिए कर सकते है।

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